चीन (China) और ताइवान (Taiwan) के बीच चल रहे विवाद के बीच आज चीन ने ताइवान को घेरते हुए सैन्याभ्यास किया। चीन ने कई फाइटर जेट्स और शिप्स के साथ सैन्याभ्यास किया। हालांकि यह पहला मौका नहीं था जब चीन ने ऐसा किया। चीन पहले भी कई बार ऐसा कर चुका है। अमेरिका (United States Of America) भी ताइवान को समर्थन करता है, जो चीन को पसंद नहीं है। वहीं ताइवान के चीन विरोधी राष्ट्रपति लाई चिंग-ते (Lai Ching-te) की नियुक्ति के बाद चीन की नाराज़गी और बढ़ गई। ऐसे में चीन की ताइवान पर हमला करने की संभावना भी लगातार बनी हुई है। चीन के इस सैन्याभ्यास से ताइवान भी चिंतित है। चीन ने एक बार फिर ताइवान को घेरते हुए सैन्याभ्यास किया। ऐसे में खतरे की आशंका को देखते हुए ताइवान हाई अलर्ट पर है। देश की सेना भी खतरे को देखते हुए अलर्ट हो गई है। चीन के कदम को देखने के बाद ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने हाई-लेवल मीटिंग बुलाई। यह मीटिंग देश की सुरक्षा के मद्देनज़र थी और इसमें सभी मुख्य अधिकारी मौजूद रहे। देश के रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी। दरअसल चीन और ताइवान 1949 में एक-दूसरे से अलग हो गए थे। तभी से ताइवान अपना स्वतंत्र अस्तित्व मानता है और खुद को एक स्वतंत्र देश बताता है। दूसरे कई देश भी ताइवान को एक स्वतंत्र देश मानते हैं। वहीं चीन इसका विरोध करता है और ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। दोनों देशों के बीच विवाद की यही वजह है।
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